संपूरन सिंह कालरा 'गुलजार' की ग़ज़ल और त्रिवेणी
Episode 311, Dec 17, 2022, 11:23 AM
Podcast: गजल, नज्म और कविता की तरह ही हाल के वर्षों में एक नई विधा के तौर पर 'त्रिवेणी' स्थापित हुई हैं. तीन पंक्तियों वाली इस त्रिवेणी विधा के सूत्रपात का श्रेय गुलजार को दिया जाता है. पॉडकास्ट में आज सुनें गीतकार और गजलगो गुलज़ार की चुनिंदा रचनाएं. - gulzar ghazal triveni sampooran singh kalra poems podcast by pooja prasad