#जीवन संवाद : मन के शीशमहल!
Episode 157, Sep 11, 2020, 04:40 PM
Jeevan Samvad: कभी मत सोचिए कि दूसरे के दुख/ संकट को अपना समझने में आपका अहित है, क्योंकि आज उसका दुख/संकट छोटा हो सकता है, लेकिन कल आपका संकट इतना बड़ा हो सकता है कि उसे सहने के लिए बहुत सारे साहस, साथ की जरूरत हो.