#जीवनसंवाद: दूसरों के दोष!

Episode 135,   Aug 13, 2020, 04:10 PM

Jeevan Samvad: हम सबके जीवन में झगड़ने के विषय इतने अधिक हैं कि प्रेम एकदम अकेला पड़ता जा रहा है. जो भी अकेला होता जाता है, उसे संभालना मुश्किल होता जाता है. इसीलिए तो प्रेम सिमटता जा रहा है. क्रोध, अहिंसा और असहिष्णुता बढ़ती जा रही है.