#जीवनसंवाद: सोच की नाव!

Episode 100,   Jun 25, 2020, 06:17 PM

Jeevan Samvad: हम सब सोच विचार के मामले में एक जैसे होते जा रहे हैं. एकरसता से नीरसता उपजती है. फूल भले ही गुलाब के क्यों न हों, केवल गुलाब के होंगे तो आपका मन ऊबने ही लगेगा!