#जीवन संवाद: जो नहीं है!

Episode 84,   Jun 18, 2020, 06:04 PM

Jeevan Samvad: ख्वाहिशों के होने में कुछ भी अस्वाभाविक नहीं, लेकिन वह दूसरे की नकल नहीं होनी चाहिए. जो दूसरे की नकल है वह हमारी इच्छा नहीं है. इसलिए उसका पूरा होना संभव नहीं. आज एक इच्छा पूरी करेंगे, तो कल दूसरी सामने आ जाएगी. परसों तीसरी, उसके बाद यह सिलसिले कभी खत्म नहीं होंगे.