#जीवनसंवाद: आंसू पर पहरेदारी!

Episode 58,   Jun 10, 2020, 05:48 PM

Jeevan Samvad: जब भी ऐसा कष्‍ट हो, जिससे मन दुखी हो गया हो. भीतर घुटन बढ़ गई हो तो रोने से परहेज नहीं करना चाहिए. किसी ऐसे सखा/सखी का चुनाव कीजिए, जिसके सामने मन के बंधन खोलने में शर्मिंदगी न हो.फिर भी न मिले तो मनोचिकित्‍सक के पास जाइए.