मायावती का बढ़ा टेंशन, भीम आर्मी चंद्रशेखर कांग्रेस में शामिल? HW NEWS
उत्तर प्रदेश खासकर पशिचम में मायावती निर्विवाद रूप से सबसे बड़ी दलित चेहरा हैं. हालांकि सहारनपुर जातीय हिंसा के बाद चंद्रशेखर रावण को राष्ट्रीय पहचान मिली. वह मायावती के बाद सबसे बड़े दलित चेहरे के रूप में माने जा रहे हैं. उनकी रिहाई को लेकर जिग्नेश मेवानी से लेकर जेएनयू के छात्र नेताओं ने भी जंतर-मंतर पर धरना दिया था. यह स्थिति दलित-मुस्लिम गठजोड़ के लिए मुफीद बन रही थी. यही वजह थी कि कैराना और नूरपुर उपचुनाव में बसपा के मौन रहने के बावजूद भीम आर्मी ने रालोद और सपा गठबंधन प्रत्याशी को समर्थन किया. इसका नतीजा रहा कि कैराना लोकसभा सीट के तहत सहारनपुर जिले की दो विधानसभा सीटों पर बीजेपी को करारी हार मिली. जिग्नेश मेवानी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नजर चंद्रशेखर आजाद पर भी है.