राजा भैया बनाएंगे नई पार्टी, लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी योगी आदित्यनाथ की चिंता !
राजा भैया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना पहला चुनाव जीता था । दूसरे चुनाव में राजा भैया के खिलाफ प्रचार करने तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कुंडा पहुंचे थे, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार राजा भैया से चुनाव हार गया। बाद में कल्याण सिंह ने बाद में राजा भैया को अपने ही मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया । मायावती के शासनकाल में राजा भैया पर पोटा कानून के तहत केस दर्ज करके जेल भेज दिया । 2012 में सपा की सरकार बनने के बाद वह एक बार फिर मंत्री बनाये गये, कुंडा में डिप्टी एसपी जिया उल-हक की हत्या में नाम आने के बाद रघुराज प्रताप सिंह को अखिलेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा । आठ महीने बाद फिर से मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया । राजा भैया कुंडा से लगातार पांचवीं बार विधायक चुने गये हैं।