जानिए..शिवपाल और अखिलेश के बीच मुलायम सिंह यादव ने किसे चुना !
वजह साफ है कि समाजवादी पार्टी को खड़ा करने के लिए शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव के साथ करीब 40 वर्ष दिए हैं. पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के हाथों काफी अपमान सहा है जिससे पार्टी का एक बड़ा धड़ा नाराज है. अब 2019 के चुनाव में शिवपाल यादव उस अपमान का बदला लेने की कोशिश करेंगे और यही अखिलेश यादव के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. क्योंकि पार्टी का एक बड़ा कैडर शिवपाल यादव के साथ भी है जो सीधे सपा में सेंध लगाएगा. इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हुए. शिवपाल यादव ने भी साफ तौर पर कहा कि वह करीब डेढ़ साल तक इंतजार करने के बाद थक चुके हैं और अब वह अपमान नहीं सहना चाहते. नतीजा साफ है कि आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और समाजवादी सेकुलर मोर्चा आमने-सामने होंगे.