केरल बाढ़ : ये तस्वीर कहती है, बाढ़ग्रस्त केरल में कैसे संकटमोचक बनी है भारतीय सेना
केरल में जानलेवा बारिश के थमने के बाद बचाव व राहत कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। पूरे केरल राज्य में बाढ़ से मचे हाहाकर के बाद भारतीय सेना के तीनों अंगों ने बड़े स्तर पर राहत कार्यों के लिए पूरी तरह से मोर्चा संभाल लिया है। तटरक्षक, सेना, नौसेना, वायुसेना और एनडीआरएफ की टीमों के अलावा कई अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने रेस्क्यू स्तर के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। उनके बहादुरी भरे कार्यों की खूब सराहना भी हो रही है। बचाव कार्यों में जुटे इन सुरक्षाकर्मियों के फोटोज व वीडियोज भी काफी वायरल हो रहे हैं। देश और दुनिया भर की नजर सदी के इस सबसे बड़े जल प्रलय पर है। हर कोई अपने स्तर से मदद को आगे आ रहा है। देश में ही लगभग सभी राज्यों से वित्तीय सहायता के साथ-साथ सुरक्षा संबंधी मदद भी दिए जा रहे हैं। इस बीच स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए मुंबई से डॉक्टरों की एक टीम प्रभावितों की मदद के लिए केरल के लिए रवाना हो रही है। मुंबई के जेजे हॉस्पीटल के 55 डॉक्टर, पुणे के सैसन हॉस्पीटल से 26 डॉक्टरों की टीम और पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम वायुसेना के दो विमानों से केरल के तिरुवनंतपुरम के लिए रवाना हुए। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि पलक्कड जिले के इरुमाचेरी में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के द्वारा टेम्प्रेरी ब्रिज बनाकर बाढ़ के पानी को रोकने की कोशिश की जा रही है। भारतीय तटरक्षकों की एक बड़ी टीम ने भी पूरे राज्य में राहत व बचाव अभियान जोरों से चला रही है। सुरक्षाकर्मियों के द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों से संतुष्ट कोच्चि के एक नागरिक ने अपने घर की ऊपर छत पर बड़े अक्षरों में THANKS लिखकर जवानों का शुक्रिया अदा किया है। 17 अगस्त को नेवी के जवान कमांडर विजय वर्मा के द्वारा इसी घर से दो महिलाओं को सुरक्षित रुप से बचाया गया था। इसी को लेकर इस घर की छत पर बड़े अक्षरों में थैंक्स लिखकर उन्हें धन्यवाद कहा गया है। इसी बीच केरल के कोचिन में एयरपोर्ट के अंदर बाढ़ का पानी भर जाने के कारण राहत कार्यों के लिए पहुंचे पहली कॉमर्शियल फ्लाइट आईएनएस गरूड को कोच्चि नेवल एयर स्टेशन पर उतारा गया। इसके कमांडर आरआर अय्यर ने कहा कि यह ऐतिहासिक घटना है कि इस एयरपोर्ट को सिविल ऑपरेशन के लिए इस्तेमाल में लाया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केरल में बाढ़ से अब तक 400 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 19,512 करोड रुपये का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने शनिवार को ट्वीट कर ये जानकारी दी थी। कई राज्य मदद के लिए आगे आ रहे हैं। कई मंत्रियों, विधायकों और सांसदों ने अपनी एक महीने की सैलरी केरल को डोनेट करने का प्रण लिया है।