शिवसेना से दोस्ती के लायक नहीं, शरद पवार की एनसीपी है पसंद कांग्रेस
शिवसेना और भाजपा के बीच लंबे समय से चली आ रही कड़वाहट की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने आज ऐसी किसी संभावना को खारिज कर दिया कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ उसका किसी तरह का तालमेल हो सकता है। कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि हमारा गठबंधन समान विचाराधारा वाले दलों के साथ हो सकता है और शिवसेना और कांग्रेस की विचाराधारा अलग है, इसलिए उसके साथ गठबंधन नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के बीच पुराना गठबंधन है और वह आगे भी जारी रहेगा। गौरतलब है कि हाल के दिनों में शिवसेना कई मौकों पर कांग्रेस और राहुल गांधी के विचार का समर्थन करती आई है। ऐसे में मीडिया के एक हिस्से में अटकलें लगाई जा रहीं थी कि आने वाले समय में दोनों पार्टियां साथ आ सकती हैं। पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि कई राज्यों में कुछ पार्टियों के साथ हमारी सीधी लड़ाई है और आमतौर पर गठबंधन को लेकर पार्टी आलाकमान राज्य इकाई की सिफारिशों को अस्वीकार नहीं करता है और ऐसे में इन दोनों राज्यों की कांग्रेस इकाइयों की राय मायने रखेगी। दरअसल, पंजाब और दिल्ली की कांग्रेस इकाइयों ने आप के साथ गठबंधन से इनकार किया है।