तेजस्विनी Whats App का कमाल, मनचले 2972 पुरुष यात्रियों पर गिरी गाज
ट्रेनों के कोचों में अब तेजस्विनी वाट्सएप ग्रुप की निगहबानी से कोई भी अराजक तत्व बच नहीं सकता। कोचों में महिलाओं के साथ छेड़खानी और आम यात्रियों के साथ गुंडई करने वालों पर शामत आ गई है। ग्रुप के सूचना-तंत्र के आगे कोचों में सफर करने वाले अराजक तत्वों का मनोबल गिरा है। वाट्सएप ग्रुप से जुड़ें 300 से अधिक पुरुष-महिलाओं की टीम सक्रिय हैं। दो माह पूर्व गठित तेजस्विनी ग्रुप की सूचना पर 2972 पुरुष यात्रियों पर कार्रवाई हुई है।इनमें महिलाओं के साथ छेड़खानी, जबरदस्ती बर्थ हथियाने के प्रकरण शामिल हैं। तेजस्विनी ग्रुप की सूचना पर कोचों में चोरी की नीयत से घुसे चोर भी धरे गए हैं। ऐसे में रोज रायपुर से दुर्ग या लंबी दूरी की यात्रा करने वाली महिलाओं को राहत मिली है। इस ग्रुप की कमान आरपीएफ की एक महिला सब इंस्पेक्टर को सौंपी गई हैं। इसमें दो पुरुष और महिला आरक्षक भी शामिल हैं।सिविलियन यात्रियों को तेजस्विनी ग्रुप के माध्यम से सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास बात है कि सभी 300 महिलाओं की टीम हर दिन ट्रेन के कोचों और रेलवे स्टेशन पर घूमने वाले संदिग्धों की सूचना वाट्सएप पर डाल देती है। इसे रायपुर और बिलासपुर मंडल तक शुरू किया गया है। इसके लिए रेलवे सुरक्षा बल ने और लोगों को जोड़ने की मुहिम चला रखी है।रायपुर और बिलासपुर मंडल के 16 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। इनमें रायपुर, भिलाई, दुर्ग सहित अन्य रेलवे स्टेशन शामिल हैं। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध दिखते ही इसकी सूचना कंट्रोल रूम से वाट्सएप ग्रुप में दी जाती है। इसके बाद संबंधित कोच में यात्रा कर रहे तेजस्विनी ग्रुप के सदस्य और सुरक्षा बल अलर्ट हो जाते हैं।